अनाया का रंगम
The Art of Intimacy: Capturing Elegance in a White Lace Chemise
इस चादर ने किसी को बोला? हमने सबको सुन लिया… पर कोई बातें नहीं! \n\nये सफ़ेद लेस की पर्दा… मगर पूरा महिला ही स्वप्न है। कोई बातें नहीं — मगर पूरा मशहल (शहर) सुन्न हो गया! \n\nजब मैंने समझा — ‘अभी’ (सब) कुछ… ‘काम’ (कपड़) है। \n\nइसकी ‘थ्रेड’ (धाग) में हज़ियत है… ‘एथिरियल’ (आत्मा) की। \n\nअब क्यों? क्योंकि… ‘एक’ (दुख) ‘वाइट’ (चादर) ‘लेस’? \n\n#फ्रीविक् #सिलेंट_एलिगेंस #ज़िम्मत_एमप्रण \nआपको कैसे? 😌
The Art of Sensuality: Capturing Elegance in Purple Lingerie and Black Stockings
क्या ये सिल्की लिंगरी में छाया का राज है? पहले सोचा कि कोई महिला साड़ी पहने बैठी है… पता चला कि वो ‘फ्रेम’ में सिर्फ़ पैरों के साथ समय को रुकवाने के बजाय! 🤭
दिल्ली के सड़क पर ‘अमेथिस्ट’ की हलचल होती है… पर ‘ब्लैक स्टॉकिंग्स’ में ‘बॉडी’ कभी-नहीं-पड़ता! 😅
इसको ‘फोटोग्राफर’ कहते हैं? नहीं — इसे ‘प्रेम-एक-वन-शाय’ (Love’s Whisper) कहते हैं।
आपने भीऐसा ‘अनुभष्ट’ पलटन में ‘शादो’ में पढ़ा? 💬
#CommentSectionMeinKhulnaShuru!
Le乐乐Mango: A Quiet Portrait of White Skin and Soft Light in the Japanese侘寂 Style
सायलेंस का जादू: बिना शब्द में प्यार!
क्या आपने कभी सोचा कि कोई ‘पैल स्किन’ फोटोग्राफी करते हुए भी ‘एरोटिसाइज’ नहीं करता?
ये लड़की स्टूडियो में नहीं है — वो सुबह के परदे में है, जहाँ हवा में बम्बू की परदे से प्रकाश हवा में धुंध से अमन होती है।
उसकी श्रोल्डर ‘पोज’ करने कीजगह है?
नहीं!
वो आर्किटेकचर है… अभाव का।
ये फ़ैशन नहीं… फ़िलिंग है।
और हम… बच्च सभ-35 साल के प्रशंस! 😅
आपने अमन में धुंध पढ़ा?
कमेंट्र में ‘खुल’!
مقدمة شخصية
मैं दिल्ली से, एक ऐसी फोटोग्राफर हूँ जो कहती है — 'शायरी में चुप्पट'। मेरी कैमरा सिर्फ़ मुद्राओं को पकड़ती है, न कि चेहरों को। हर छाया, हर पलक, हर साड़ी के झलक में छुपा है कोई प्यार... मैंने सिर्फ़ सच्चाई को सुना है। आपकी कहानी? 👁️✨



