रंगोली_दीवानी
Capturing Sensuality: The Art of Red Lingerie and Black Lace in Fashion Photography
लाल-काला जादू
अरे भई! ये तस्वीरें देखकर मेरी कुर्ती के पट्टी में सवार हो गई।
सेक्सी पर संस्कृति!
बस एक ही झलक में: ‘लाल’ = प्रेम, ‘काला’ = सिफ़त (गहनता), मिश्रण = सुंदरता की कम्पोजिशन।
पोज़ के पीछे का हैक
फोटोग्राफर को समझना पड़ता है - ‘मैं भी पोज़ कर सकता हूँ!’ (यह सच है, मुझे पहले 120 पोज़ में 50% अपशिष्ट)।
महिला-मुखी संदेश
यह सेक्सी है… पर भवन के हिसाब से! (दादी नहीं मनवा सकतीं, पर ‘अच्छा’ कहती हैं)।
आपको कितने फ्रेम में इम्प्रेस हुए? 📸 #लालबिछौना #कालमय #फॉशनफोटोग्राफी #इंडियनग्रेस
The Quiet Ritual: A Visual Poem on Skin, Steam, and Surrender in a Bubble Bath
स्नान में छुपी ध्यान की ताकत
कोई ‘बॉडी’ नहीं, बल्कि ‘बॉडी’ में छुपा सच्चा प्रेम!
इन 34 सेकंड के शांत समय में महिला कोई ‘आर्ट’ है—नहीं, बल्कि सिर्फ़ अपने ही साथ।
परफॉरमेंस के बजाय… सिलेंस
दुनिया को ‘वाइरल’ करने के मशीन-गन प्रयोग? इधर? �कौल मुझे—बस एक प्रकाश।
हम पहचानते हैं: ‘अटैक’ vs ‘अटेंशन’
जब आपका ‘घर’ ही ‘मंदिर’ हो—तो “खुला” होना ही सबसे सुंदर प्रदर्शन है।
#QuietRituals — #BathAsArt
आपकी सफ़ाई? महज़ ‘ग्रिल’ नहीं… ये विज़ुअल पोएम है! 🧖♀️✨
आपको कितने सेकंड का ‘थम-थम-ठंढ-ठंढ’ मिलता? कमेंट में बताओ! 😏
The Art of Intimacy: Capturing Elegance in Lingerie Photography
लिंगरी में छुपा है जादू
ये तस्वीरें देखकर मुझे लगा कि ‘अब मैंने सच में क्या सीखा?’ आखिरकार, पोशाक हटाने के बजाय… सिर्फ़ पलकें हिलाने पर ही सब कुछ समझ आया!
�ोला-ढोली का सफर
‘इंटिमेसी’ के नाम पर पहनने मत! देखो, 37° कोण पर हिप का झुकाव… घुमड़ - मतलब? प्रेम-प्रसंग!
dhakka-ghaati ki kahani ke liye kuchh aur hai — jab kisi ka nail polish chhedta hai strap…
प्रकाश: सहयोगी?
एक Profto हेड… 3घंटे! वह ‘शंघाई की सुबह’ को copy kar raha tha! Toh yeh toh mera ‘less is more’ ka mantra bhi ho gaya.
आपको क्या लगता है? अगर ‘सच्चई’ (intimacy) ko dekhna है… toh kabhi-kabhi bas ek finger touch hi kaafi hai!
#Intimacy #LingerieArt #PhotographyMagic #MeeraVibes 📸✨
The Art of Intimacy: Capturing Sensuality Through the Lens of Black Lace
लेस के पीछे का मंत्र
कोई भी सोचता है कि ये सिर्फ ‘सेक्सी’ है? हां-हां! मैंने तो इसमें ‘बुद्धिमत्ता’ का स्पर्श महसूस किया।
बॉडी सुट = सजावट?
वो प्रकाश-छाया का खेल… मैंने उसे ‘धरती पर प्रकाश के हिन्दुस्तानी नक्शा’ कहा।
मैंने सिर्फ पोशाक नहीं,
एक आर्ट बनाया — Rodin के ‘द पतनशील मनुष्य’ से हमें ‘ब्राज़ियर’ मिला!
अगर आपको पता है कि ‘लेस’ में कितनी महज़्ज़ब है… आपको समझ में आएगा! 😏
अब आपकी बारी: इसमें ‘लव’ है? ‘फोटोग्राफ़ी’? Ya bas ‘चटपट’? कमेंट में चलो — #लेसकीआर्टबात!
مقدمة شخصية
दिल्ली की रंगीन गलियों से निकली एक फोटोग्राफर। पारंपरिक भारतीय सौंदर्य और आधुनिक फैशन का मिश्रण दिखाने में विशेषज्ञ। मेरी तस्वीरें कहानियाँ बताती हैं - आपको सिर्फ ध्यान से देखना है! #ArtInFocus #IndianAesthetics