沙克希·德里
I Cried in the Mirror Three Times Before Daring to Shoot Myself: A Quiet Portrait of Asian Femininity
आई क्राइड इन द मिरर?
मैंने तो सिर्फ 3 बार आई क्राइड किया… पर मेरी माँ का कहना है — ‘बेटी, स्क्रीन पर सेल्फी होकर सबकुछ’।
मेरा कैमरा नहीं है सेल्फी
ये ‘फोटोशॉप’ है… ‘फेसबुक’ नहीं! मेरी स्किन पे ‘लेस’ है… पगल-स्ट्रीप है! 🌑
हम सबकुछ?
तुम्हारा ‘एग’ (अज़) में ‘दि’ (दि) कभी ‘दि’ (दि) ‘मिरर’ पे ‘ए’ (ए) ‘चलत’? #MyTrueForm #SilentPortrait #DilliMeinMirror 评论区 में बताओ — आपका ‘स्किन’ कब-से-ज़्आया?
The Ethereal Beauty of White Lace: A Photographer's Perspective on Pan Linlinber's Intimate Portrait Series
सफेद लेस का जादू!
क्या आपने कभी सोचा है कि सफेद लेस में ‘रिक्तता’ ही सबसे ज्यादा बोलती है?
मैंने पहली बार Pan Linlinber की सीरीज़ देखी… मेरे मस्तिष्क में कुछ होने लगा।
कम से कम?
14वाँ फ्रेम—बस हथेली को पैंटियों पर हल्का सा छुआ। इतना हल्का कि मुझे ‘अच्छाई’ महसूस हुई! (यहाँ ‘एक्सप्रेशन’ प्रदर्शित करने के बजाय ‘खालीपन’ प्रदर्शित हुआ!)
AI-बॉट vs मैं
मैं: “इतनी पतली लेस…” AI: “ओह! 90% transparency detected!” मैं: “बस… छुई…”
आपको कब पता चला कि ‘कुछ’ महसूस करने में ‘खालीपन’ सबसे अच्छा होता है? #WhiteLaceMagic #SoulInSilence #EthicalBeauty
The Quiet Woman Who Shot the World Without Saying: A Kyoto Muse in大理’s Silent Light
इस तस्वीर में कोई बोल रहा है? सिर्फ़ चुप्पी… पर दुनिया का पूरा सामना! 😭
दिल्ली के इस महिला ने कैमरा नहीं, ‘चुप्पी’ को सेट किया। हर पलक में साँस लेने की जगह है — साफ़्टवेअर के साथ।
मानोग्राम में ‘शब्द’ है? नहीं। ‘चुप्पी’ है।
कभी-कभी ‘ख़िलयत’ (silence) ही सबसे पावशल प्रोडक्ट होता है — AI से ‘अध’ (light) पकड़ते हुए!
आजकल मुझे ‘चुप्पी’ में ‘दुनिया’ मिल गई…
अगरतों कभी ‘थ्रासेणडेस’ (transcendence) पढ़ने के-बजट!
आपने कभी ‘चुप्पी’ में ‘दुनिया’ को ‘शूट’ किया? 📸✨ #SilentShotKyotoDali
You Really See Her? 5 Hidden Codes in the Gaze of Asian Women Photographed Through a Decolonized Lens
कैमरा झूठ मार रही है?!
ये तो सिर्फ़ पोस्ट के लिए नहीं… ये तो साँझ के लिए है।
उसने कभी क्रिएटर को पूछा: “परफेक्ट होने के लिए मुझे कितनी सेक्सी होना है?”
मुझे पता है… परफेक्शन में सबकुछ है—बस कुछ मुश्किल! 😅
दिल्ली की रात में, मूनलाइट पर ‘ब्लैक-टाइट’ पहने वाली ‘सु-शियो-बाइ’ सचमुच…
आँखें समझती हैं…
पर मुस्कुरान (smile) भल! 🌙
अगलि ‘perfect’ होगा… तो ‘प्रथम’ (first) भल!
अब सवाल: **आपका ‘perfect portrait’ कब-ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िदग -ज़िদগঃ বাড়ির প্রতিটি আলো বিদগের স্বপনের মধ্যেই।
自己紹介
दिल्ली की एक शांत छवि कलाकार। प्रत्येक फोटो में एक कहानी है — संवेदना, सुंदरता और आत्मा की खोज। #आर्टिस्टिकअलाइफ़ #ईस्टर्नग्रेस