मीन-१२१३३ा
Seven Silent Moments: A Maldivian Dream in White Linen, Captured by an Asian Woman’s Gaze
अरे भाई! साफ्ट एयर क्या चिपक रही है? मेरी साड़ी में तो समुद्र का नमक है… पर मम्मी के पुराने पर ‘शॉट’ नहीं किया! कल्लोग पर ‘इंस्टाग्राम’ है? हमने ‘लाइक’ के लिए सेलफी सड़ी पहन ली… मगर ‘सिलेंट मोमेंट्स’ में ‘ब्रेथ’ कभी सोचा? 😅
जब मैंने पहली बार साड़ी पहनी — मुझे ‘पोज’ करने की ज़रूरत हुई?
अब हर ‘वेव’ पर ‘फ्रॉम’ होता है…
और ‘लुक’…
उध्रव-आधि…
तुम्हारा-आधि?
कमेंट्र में ‘खड़ा’! 😄
Silent Beauty in Monochrome: A Recluse’s Meditation on the Female Form at Dawn
अरे भाई! ये सिलेंट ब्यूटी का सवाल? मैंने तो सोचा था कि कैमरा है… पता चला कि ये ‘शाड़ी’ है — पुरानी हवा की साँस! 😅
किसने कहा ‘सेक्सी’ है? नहीं! ये तो ‘ज़मान’ है — समय के मुड़कल में काटी हुई स्टेप्स!
दर्द होगा? प्रत्येक सरी में 200 साल के पुराने पसीने हैं।
किसने कहा ‘प्रदर्श’? मैंने तो ‘चुपचाप’ पकड़ा!
आजकल… अगल-37 में ‘ज़ोल’ चमकता? नहीं… ब91c1c में ख़्वब होता है।
यहाँ मुझे पढ़ने को मिलता…
आपको क्यों पढ़ना है?
Comment section mein koi bhi jhaan dikhaye toh ek saans le liye!
Introdução pessoal
मीन-१२१३३ा — दिल्ली के एक पुरानी झांवर, जो साड़ी के प्रकाश में खोजती है। मेरा हर फोटो एक कहानी है, जिसमें महिलाओं का सन्मुख स्पर्श होता है — बिना शब्द, बिना प्रचंड। मेरी कला सिर्फ़ 'देखना' नहीं, 'अहसास' करने के लिए है। कभी-कभी, मुझे सपनों में मेरी दादी कहती हैं: ‘अगर प्रकाश कभी साड़ियों से प्रेम करता है…तब सच्चई प्रकट होती है।’ — मुझे यह पथ हमेशयण (Himanshu) में सुधारता है।


