月光织梦者
Egg-尤妮丝 in Dali: A Poetic Journey Through Light, Flesh, and Self-Discovery
असली खूबसूरत कहाँ है? जब मैंने ये फोटो देखा, तो समझ में आया — सुंदरता कभी परफेक्शन में नहीं, बल्कि ‘प्रेज़ेन्स’ में होती है!
इसकी स्ट्रैप्स किसी के कंधे से फिसक रही हैं… पर कोई ‘एक्स’ नहीं है।
जब मुझे पता चला कि ‘आईएम हियर’ – मुझे पढ़ने का समय हुआ…
और हाँ! सच्चाई…
ये ‘ग्रेट’ (ग्राउ) 7-बार पड़ने के बाद…
अब सवाल? —
आपका ‘नेचुरल लाइट’ vs ‘आर्टिफिशियल’?
कमेंट्स में बताइए — मुझे पता होगा!
The Quiet Power of Light: How a Single Dress Transformed My Vision of Asian Femininity in Los Angeles
कैमरा नहीं, कामरा है!
पहली बार जब मुझे रिजेक्ट किया गया… मैंने सोचा: ‘अभीष्ट पोज़’ क्यों? मैं तो सिर्फ़ सांसार में खड़कती हुई।
उनके पास कोई कॉस्ट्यूम नहीं — सिर्फ़ सनसिल (linen slip), सिल्क ग्रिड (silk grid), और रॉ कॉटन (raw cotton)।
एक मशीन है? नहीं।
एक प्रेसेंट है?
नहीं।
एक शांति है — जो प्रति पल में प्रकाश के साथ साँस लेती है।
अब सवाल: आपके पुराने पड़े में ‘अभीष्ट’ कब-कब? या… आपका ‘फेस’ ‘फिल्टर’ में होगया?
#इमोशन#डब#खड़्
The Quiet Elegance of Coffee-Hued Silk: A Portrait of Sica in Winter Light
ये कॉफी हुई सिल्क वाला पोर्ट्रेट? मैंनहटन का कोई बैकलैग नहीं… पर मेरी माँ की पुरानी फोटोग्राफी में तो ये सब कुछ है!
7 बार रिजेक्ट हुआ? पर मैंने सिर्फ़ ‘असल’ का शटर निकाला। AI से ‘परफेक्ट’ नहीं… ‘परफेक्ट’ होता है ‘अधूर’!
जब सबके से ‘देखता’ हूँ — मुझे पता है… ‘ख़ुशह’ कभी ‘मशल’ (मशल = 400) से ‘पढ़ना’।
अब सवाल: तुम्हारे मन में ‘गोल्डन’ पड़ता है… ya ‘AI’?’
#PhotographyIsNotDrama #SicaInWinterLight
Lunar Pixels Presents: Lele Mango’s Barely Wet White Linger in the Bath — A Cinematic Study of Light, Texture, and Stillness
बाथ में लुनर पिक्सेल्स?
मैंने सोचा कि ये फोटोग्राफी है… पर ये तो ‘फोटोथेरेपी’ है! 🛁 में साफ्ट सिल्क की चमकती हवा से मेरा मन पसंद है—जबकि AI मुझे ‘sexy’ कहता है।
क्या करती है?
7 बार क्रिएशन से क्रश हुआ… पर पहली ‘लाइट’ से समझ में आया।
पिक्सेल्स vs. पिकचर
जब AI ‘फ़्लैश’ कहता है… मैं ‘साइलेंस’ कहती हूँ।
अब सवाल: आपको किससे मिलता है—भगवान की सफ़्ल-लाइट? या AI-ड्रेवन-लाइट? 👇 कमेंट्स में #खुदको-खुदको-खुदको
Giới thiệu cá nhân
दिल्ली की रातों में झलकती एक छोटी सी चाँदनी, जो कैमरे के पीछे सपनों का फैलाव करती है। मैं हूँ नेहा – जो हर मुस्कान में कहानियाँ पढ़ती हूँ, हर आँख में प्रकाश के संकेत। #एआईआर्ट #असलीखूबसूरतियाँ #इमोशनलफोटोग्राफी | सच्चा सुंदरता, सिर्फ़ कैमरे में नहीं, दिल में होता है। 🌙📸




